दैनिक भास्कर के डायरेक्टर भरत अग्रवाल के जरिए आज एक खास औऱ रोचक जानकारी प्राप्त हुई। उन्होंने बताया कि हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर थे। चूंकि मोदी सरकारी खर्चे पर या अपने विमान में अपने पूर्ववर्तियों की तरह पत्रकारों का दल नहीं ले जाते, लेकिन बावजूद पत्रकार स्वतंत्र तौर पर उनके विदेशी दौरों को कवर करने जाते रहे हैं। इस बार भी तकरीबन हर बड़े चैनल का प्रतिनिधि अमेरिका में मौजूद था।
दरअसल मामला ये हुआ कि अमेरिका पहुंचे भारतीय पत्रकार तब आफत में आ गए जब कवरेज के दौरान अमेरिकी अधिकारियों ने यह कहकर भारतीय पत्रकारों को कई जगह प्रवेश से रोक दिया कि आप उस कोरोना वैक्सीन को नहीं लगवाएं हैं जिसे अमेरिका ने मान्यता दी है। ज्यादातर पत्रकारों ने कोवैक्सीन लगवाई थी औऱ उनके पास उसी के प्रमाण थे, चूंकि अमेरिका में कोविशील्ड को मान्यता दी गई है। हालात ऐसे हो गए की आर-पार की लड़ाई की स्थिति बन गई। तब आनन फानन में खुद प्रधानमंत्री मोदी ने पत्रकारों के पक्ष में मोर्चा संभाला और कहा कि अगर यही बात है कि वैक्सीन मुद्दे पर पत्रकार कार्यक्रमों में नहीं आ सकते तो मैं सभी भारतीय पत्रकारों को जो यहां हैं भारतीय राजनयिक का दर्जा दे दूंगा। तब जाकर भारतीय पत्रकारों को कवरेज की अनुमति मिली। संभवतः राजनायिकों के संदर्भ में शायद इस व्यवस्था से छूट का प्रावधान हो।
भारतीय पत्रकारों के लिए विदेश में खुद प्रधानमंत्री इस तरह से सामने आ जाएं ये कोई सामान्य घटना नहीं है। चूंकि जानकारी भरत अग्रवाल के जरिए मिली है इसलिए इसे झूठा भी नहीं कहा जा सकता। क्योंकि सरकारी तंत्र के अंदर उनका बहुत दखल है।
… डॉ प्रशांत राजावत, सम्पादक मीडिया मिरर